मुख्यमंत्री ने कहा– यह रिकॉर्ड सदस्यता को न केवल पार्टी की मजबूत जड़ों को दर्शाता है, बल्कि लगातार दो विस चुनावों में सत्ता हासिल करने वाले झामुमो की बढ़ती पकड़ को भी सामने लाता है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झामुमो ने निर्धारित 50 लाख के लक्ष्य को पारकर 65 लाख से अधिक सदस्य बना लिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा- यह रिकॉर्ड सदस्यता को न केवल पार्टी की मजबूत जड़ों को दर्शाता है, बल्कि लगातार दो विस चुनावों में सत्ता हासिल करने वाले झामुमो की बढ़ती पकड़ को भी सामने लाता है। रांची के सोहराई भवन में बुधवार को आयोजित झामुमो की केंद्रीय समिति की बैठक में इस उपलब्धि पर चर्चा हुई और अभियान आगे जारी रखने का फैसला लिया। बैठक का संचालन महासचिव विनोद पांडेय ने किया।
झामुमो सदस्यता अभियान का उद्देश्य राज्य स्तर पर पार्टी को और मजबूत बनाना था। पार्टी ने शुरू में 50 लाख नए सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन कार्यकर्ताओं की मेहनत और जनता के अपार उत्साह से यह आंकड़ा 65 लाख को पार कर गया। यह अभियान द्वार-द्वार जाकर चलाया गया, जिसमें मिस्ड कॉल जैसी तकनीकी सुविधाओं के बजाय व्यक्तिगत संपर्क पर जोर दिया गया।
रांची जिले में 5 लाख नए सदस्य बने
केंद्रीय समिति की बैठक में इस सफलता को रेखांकित करते हुए कहा गया कि यह सांस्कृतिक और सामाजिक आंदोलन से जुड़ी पार्टी की विचारधारा का परिणाम है। पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि रांची जिले में ही पांच लाख नए सदस्य बने, जबकि पूरे राज्य में जनता ने झामुमो के संस्थापक दिशोम शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यों को सराहा। यह सदस्यता न केवल संख्या में वृद्धि है, बल्कि भाजपा जैसे विपक्षी दलों को पीछे धकेलने का संकेत भी है। बैठक में बूथ लेबल एजेंट और ब्लॉक लेबल एजेंट को निर्देश दिए गए कि वे उपचुनाव में क्षेत्र में डटे रहें। हेमंत सोरेन स्वयं घाटशिला की कमान संभालेंगे।