पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार के यात्रियों के लिए यह ट्रेन टाट नगर से सफर की पहली पसंद मानी जाती है। रेलवे ने कोहरे की आशंका को देखते हुए ट्रेन रद्द करने का तर्क दिया है, लेकिन यात्रियों का कहना है कि हर साल ठंड में इसी ट्रेन को
टाटानगर – अमृतसर जलियांवाला बाग एक्सप्रेस को 01 दिसंबर से 27 फरवरी तक रद्द करने से हर फेरे में झारखंड, बंगाल, बिहार व उत्तर प्रदेश के 1500 से अधिक यात्रियों को दिक्कत होगी। सिर्फ टाटानगर से हर फेरे में सात-आठ सौ लोग ट्रेन पर सवार होते हैं। टाटानगर से जलियांवाला बाग एक्सप्रेस सप्ताह में दो दिन सोमवार व बुधवार को चलती है। दक्षिण पूर्व रेलवे ने इसका परिचालन 13 अप्रैल 2003 को शुरू किया था। ट्रेन लगभग 1747 किलोमीटर की दूरी करीब 33 घंटे में तय करती है।
पंजाब,हरियाणा,उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड और बिहार के यात्रियों के लिए यह ट्रेन टाटानगर से सफर की पहली पसंद मानी जाती है। रेलवे ने कोहरे की आशंका को देखते हुए ट्रेन रद्द करने का तर्क दिया है,लेकिन यात्रियों का कहना है कि हर साल ठंड में इसी ट्रेन को रद्द कर रेलवे उन्हें परेशानी में डाल देता है। सिख समाज के लोगों का कहना है कि 2022 से हर साल दिसंबर से फरवरी के बीच जलियांवाला बाग एक्सप्रेस को बंद कर दिया जाता है,जबकि टाटानगर से दिल्ली जाने वाली अन्य ट्रेनें पुरुषोत्तम,राजधानी,नीलांचल और संपर्क क्रांति लगातार चलती रहती है। ऐसे में केवल इस ट्रेन को रद्द करना अनुचित है। यात्रियों ने बताया कि ट्रेन बंद होने से टाटानगर-जम्मूतवी,राजधानी और अन्य ट्रेनों पर दबाव बढ़ जाएगा।
पंजाब और हरियाणा की यात्रा करने वाले यात्रियों को अब लंबी वेटिंग और अधिक किराए का सामना करना पड़ेगा। कई लोगों का कहना है कि यह ट्रेन सिख समाज के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे लोग अपने धार्मिक स्थलों तक आसानी से पहुंचते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि रेलवे को जलियांवाला बाग एक्सप्रेस को नियमित रूप से चलाने पर विचार करना चाहिए। पिछले कई वर्ष से इस ट्रेन को स्थायी रूप से सप्ताह में कम से कम चार दिन चलाने की मांग उठती रही है, लेकिन अब रेलवे ने इसके संचालन को ठंड के पूरे मौसम में बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। इस फैसले से न केवल सिख समाज, बल्कि उत्तर भारत के अन्य राज्यों के यात्रियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार भगवान सिंह ने कहा कि रेलवे ठंड के मौसम में जलियांवाला बाग ट्रेन को रद्द कर हरियाणा-पंजाब समेत विभिन्न राज्यों के यात्रियों को चार वर्षों से परेशान कर रहा है। रेल मंत्रालय जलियांवाला ट्रेन को करने पर पुनर्विचार कर ले,अन्यथा समाज स्टेशन पर धरना प्रदर्शन करने के साथ लाइन पर उतरेगा। सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के उपाध्यक्ष सरदार नरेंद्र पाल सिंह भाटिया ने कहा कि अगर कोहरे के कारण जलियांवाला बाग ट्रेन को रद्द करना आवश्यक हो जाता है तो पुरुषोत्तम और राजधानी कैसे चलती रहती है।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चेयरमैन शैलेंद्र सिंह के अनुसार,जलियांवाला बाग ट्रेन को रद्द नहीं करने की मांग पर टाटानगर के क्षेत्रीय रेल प्रबंधक को दपूर्व जोन के रेल महाप्रबंधक, चक्रधरपुर के डीआरएम और रेलवे बोर्ड चेयरमैन के नाम केंद्रीय कमेटी द्वारा ज्ञापन दिया जाएगा,ताकि रेलवे 26 नवंबर से पूर्व जलियांवाला बाग ट्रेन रद्द करने के निर्णय को शांतिपूर्ण वापस लेकर हजारों यात्रियों को परेशानी से बचाए।

